बहुत हैं दुनिया में देखने और दिखाने के जलवे। बहुत है हर किसी के लिये। बहुत हैं ज़िंदगी की चहल पहल और अजूबों की दास्तान। मगर मुझे उन की है जरूरत जिनसे मिली है मुझे अपनी अकेली और काबिल पहचान। कैसे ना कहूँ की वो हैं प्यारे और महान। कुदरती करिश्मा हैं वो जो हैं मेरे पिता। कोई ऐसा पल मैं याद नहीं कर सकती हूं जो मेरा इनके मार्गदर्शन और प्यार में डूब कर नहीं है बीता। दुनिया के हर अच्छे गुण और प्रगतिशील व्यक्तित्व का हैं ये एक अद्भुत समन्वय। हमारे जीवन और परिवार के हैं ये सुखमय सूर्योदय। बहुत है सिखाया हमें जीवन के बारे में, इन्हे हम ने पाया है सूरज, चाँद और तारों में। इनमे है सच्चाई, सहृदयता और भगवान में अटूट विश्वास। हम तो हो जाते हैं बहुत संतुष्ट जब पिताजी रहते हमारे पास। माँ मेरी जितनी है सुंदर उतनी ही अच्छाई और सौम्यता है उनके अंदर। इन्होंने लाया है मुझे इस संसार में। रखा है मुझे डुबा के प्यार के सागर में। इनकी उपस्थिति से मेरा दिन होता है खास और परिपूर्ण इनको एक बार अपने पास देख लूँ तो मन को पहुँचती ठंडक और सुकून। एक और आशा की किरण बनकर है मेरे परिवार का तीसरा सदस्य मेरा भाई। प्यार हममें कम नहीं चाहे हम कितनी भी करें नोकझोंक और लड़ाई। प्रियम है हमें स्वयं भगवान शिवशंकर की देन। उसमे है अद्भुत प्रतिभा। जितना मन से कोमल उतना ही शांत, उसमे है कुछ कर गुजरने का जुनून, वो तो है एक काबिल अफलातून। ये सदस्य और लोग मेरे जीवनरूपी नाव के पतवार हैं, सूरज की किरणें, चाँदनी की शीतलता हैं। यही मेरे मन की खुशी और पवित्रता हैं। इनके बिना तो मेरी पहचान नहीं। इनमे मुझे सारे भगवानों के रूप दिखते हैं छिपे कहीं। ये परिवार मेरी ढाल हैं, मेरे जज़्बातों की जलती मशाल हैं। ये हैं मेरे दुखसुख के विश्वसनीय साथी। मैं इनसे दूर होना कभी नहीं चाहती, ना जाने क्यों इस ब्रह्मांड और जीवन का सार यही मुझे हैं देते। जब भी मैं हो जाती उदास, मेरी झोली खुशियों से हैं भर देते। ये खुद में मेरा विश्वास, भरोसा हैं। इन से जुड़ी है मेरी कोई कहानी इनसे है बंधी मेरे प्यार की डोर, जिसका नहीं कोई तोड़। ये रहें सदा खुश और दे दें मुझे अपने गम। ये है दुनिया का सबसे सुंदर परिवार जो है प्यार, खुशी, गम साथ और विश्वास से बना कभी ना टूटनेवाला मेरा चार्मिनार।इसकी रहेगी मुझे हमेशा जरूरत, इससे ज्यादा नहीं मेरे लिये कुछ भी खूबसूरत।
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